पंजाब पुलिस की एजीटीएफ ने लॉरेंस बिश्नोयी और गोल्डी बराड़ गैंग का संचालक किया गिरफ़्तार; एक पिस्तौल, टोयोटा फॉच्र्यूनर बरामद
- By Vinod --
- Thursday, 28 Dec, 2023
AGTF of Punjab Police arrested Lawrence Bishnoi and Goldie Brar gang operator
AGTF of Punjab Police arrested Lawrence Bishnoi and Goldie Brar gang operator- चंडीगढ़I मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की सोच के अनुसार पंजाब को सुरक्षित राज्य बनाने के लिए शुरु की गई मुहिम के दौरान बड़ी सफलता हासिल करते हुए पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (ए.जी.टी.एफ.) ने मोहाली से लॉरेंस बिश्नोयी और गोल्डी बराड़ गैंग के एक संचालक को गिरफ़्तार करके राज्य में सनसनीखेज़ अपराधों को सफलतापूर्वक रोक लगाई। यह जानकारी आज यहाँ डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने दी।
गिरफ़्तार किए गए संचालक की पहचान विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्की निवासी सतिएवाला, फिऱोज़पुर के रूप में हुई है। मुलजि़म की अपराधिक पृष्टभूमि है और वह पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में कत्ल, इरादत्न कत्ल, आरम्ज़ एक्ट और यूएपीए समेत घृणित अपराधों के कम से कम 20 मामलों में वांछित है।
पुलिस टीमों ने उसके कब्ज़े से .30 कैलीबर के एक चीनी पिस्तौल समेत 8 जिंदा कारतूस बरामद किए और उसकी टोयोटा फॉच्र्यूनर कार को भी ज़ब्त कर लिया।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि भरोसेयोग्य जानकारी पर कार्यवाही करते हुए एडीजीपी प्रमोद बान के नेतृत्व वाली एजीटीएफ की टीमों ने एआईजी गुरमीत सिंह चौहान और डीएसपी बिक्रमजीत सिंह बराड़ की निगरानी में मुलजि़म विक्की का पीछा करते हुए सैक्टर-91, मोहाली स्थित अपार्टमेंट, जहाँ उसने पनाह ली हुई थी, से उसे गिरफ़्तार कर लिया।
उन्होंने बताया कि प्राथमिक जांच से पता लगा है कि दोषी विक्की, जिसको पाक एजेंसियों का समर्थन प्राप्त है, गोल्डी बराड़ और साबा (अमरीका) के ज़रिये पाकिस्तान आधारित नशे और हथियारों के तस्करों के संपर्क में था, और सरहद पार से हथियारों और नशे की खेप प्राप्त करता था। डीजीपी ने बताया कि मुलजि़म विक्की को विरोधी गैंग दविन्दर बम्बीहा के मैंबर को मारने का काम सौंपा गया था।
अधिक विवरण साझा करते हुए एआईजी गुरमीत सिंह चौहान ने बताया कि दोषी विक्की 2018 में राजस्थान के गंगानगर में जिम में गोली मारकर कत्ल किए गए अपने विरोधी जॉर्डन के सनसनीखेज़ कत्ल में शूटर/गैंगस्टर अंकित भादू (मृतक) के सह-दोषियों में से एक था।
उन्होंने बताया कि फरवरी 2019 में पीरमुछल्ला में की गई पुलिस कार्यवाही में अंकित भादू के मारे जाने के बाद मुलजि़म विक्रमजीत विक्की ने लॉरेंस बिश्नोयी और गोल्डी बराड़ गैंग में उसकी जगह ले ली और पंजाब, हरियाणा और राजस्थान राज्यों में आपराधिक गतिविधियों में सक्रियता से शामिल हो गया।
जि़क्रयोग्य है कि इस गैंग की हथियारों/ नशे की तस्करी की चेन पर रोक लगाने के लिए विक्रमजीत विक्की की आपराधिक गतिविधियों संबंधी गहराई से जांच की जा रही है। इस सम्बन्धी थाना स्टेट क्राइम, एस.ए.एस. नगर में शस्त्र अधिनियम की धारा 25 के अधीन मुकदमा नंबर 16 तारीख़ 27/12/2023 को दर्ज किया गया है।